HINDI DIWAS 2025
सभी सम्मानित साथियों और प्रिय मित्रों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। आज का दिन हमारे लिए गर्व का दिन है क्योंकि यह हमें हमारी जड़ों, हमारी मातृभाषा और हमारी पहचान की याद दिलाता है। हिंदी केवल बोलने-लिखने का माध्यम नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह वह भाषा है जिसमें हमारी कहानियाँ, हमारी लोक परंपराएँ और हमारी भावनाएँ साँस लेती हैं।
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा प्रदान किया और तब से हर वर्ष यह दिन हमें हिंदी की समृद्धि, गरिमा और महत्व का स्मरण कराता है। हिंदी केवल उत्तर भारत तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश और विदेशों में रहने वाले भारतीयों के बीच भी भावनात्मक जुड़ाव का पुल है। हिंदी दिवस हमें यह प्रेरणा देता है कि हम न केवल हिंदी बोलें, बल्कि इसे वैज्ञानिक, तकनीकी, क्षेत्रों में भी आगे बढ़ाएँ। हिंदी का प्रचार-प्रसार हर भारतीय का कर्तव्य है। हमने अपने विद्यालय में हिंदी दिवस के ऊपर एक प्रदर्शनी मेला लगाया, जिसमें सभी बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बच्चों ने व्याकरण में स्वर, व्यंजन, वर्णमाला, से संज्ञा, क्रिया, विशेषण, समास, पदबंध के ऊपर पोस्टर और मॉडल बनाए। यह कार्यक्रम बच्चों को हिंदी भाषा बोलने और समझने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए था।
आइए इस हिंदी दिवस पर हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि - * हिंदी को सम्मान देंगे * हिंदी को रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अपनाएँगे * सोशल मीडिया, शिक्षा और कामकाज में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देंगे * और आने वाली पीढ़ियों को हिंदी की समृद्धि और सौंदर्य का अनुभव कराएँगे। हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि भावनाओं का संगम है। इसे जितना अपनाएँगे, यह उतनी ही समृद्ध और शक्तिशाली बनती जाएगी।





















































































































































































































